छोटे छोटे श्लोक संस्कृत में अर्थ सहित अगर आप पढ रहे हैं तो प्रथम यह जाणकारी पढे . संस्कृत भारत की एक प्राचीन और शास्त्रीय भाषा है जिसमें विश्व की पहली पुस्तक ऋग्वेद संकलित की गई थी। विभिन्न विद्वानों द्वारा वेदों की तिथि 6500 ईसा पूर्व बताई गई है। से 1500 ई.पू. संस्कृत भाषा उससे पहले ही अपनी अभिव्यक्ति क्षमता में विकसित हो चुकी होगी। ऐसा माना जाता है कि वेदों में प्रयुक्त भाषा विभिन्न बोलियों के रूप में प्रचलित थी। यह वर्तमान संस्कृत से कुछ हद तक भिन्न थी।
इसे वैदिक संस्कृत कहा जाता है। प्रत्येक वेद की व्याकरण की अपनी पुस्तक होती थी जिसे प्रातिशाख्य कहा जाता था। प्रातिशाख्यों ने शब्दों के रूप तथा अन्य व्याकरणिक बिन्दुओं की व्याख्या की। बाद में व्याकरण के अनेक विद्यालय विकसित हुए। इस काल में वेद, ब्राह्मण-ग्रन्थ, अरण्यक, उपनिषद और वेदांग नामक विशाल साहित्य अस्तित्व में आया जिसे वैदिक संस्कृत में लिखा गया वैदिक साहित्य कहा जा सकता है।
भारतीय परंपरा के अनुसार संस्कृत भाषा का न तो कोई आरंभ है और न ही कोई अंत। यह शाश्वत है. स्वयंभू ईश्वर ने इसकी रचना की है। यह दिव्य है. यह शाश्वत है. इसका प्रयोग सबसे पहले वेदों में किया गया और उसके बाद यह अन्य क्षेत्रों में भी अभिव्यक्ति का माध्यम रहा है।
छोटे छोटे श्लोक संस्कृत में अर्थ सहित
“सः रक्षतु मयानुरक्तां सर्वान्”
Saḥ Rakṣatu Mayānuraktāṁ Sarvān
English : May he protect everyone i love.
Hindi : वह हर उस व्यक्ति की रक्षा करे जिससे मैं प्यार करता हूँ
“स्वात्मानं बोध”
Svātmānaṁ Bodha
English : Awaken to your true nature.
Hindi: अपने वास्तविक स्वरूप के प्रति जाग्रत हों।
“न कदापि स्वप्नदर्शनात्विरमिष्यामि”
Na Kadāpi Svapnadarśanātviramiṣyāmi
English : I will never stop dreaming.
Hindi : मैं सपने देखना कभी बंद नहीं करूंगा।
“सहैश्वरेण ममैकात्मता”
Sahēśvareṇa Mamēkātmatā
English : I am one with god.
Hindi : मैं भगवान के साथ एक हूँ।
“अस्मासु प्रत्येकः तस्य नियतेः अधिपतिः”
Asmāsu Pratyekaḥ Tasya Niyateḥ Adhipatiḥ
English : Each of us is master of one’s destiny.
Hindi : हम में से प्रत्येक अपने भाग्य का स्वामी है।
“ईश्वरः मां रक्षति”
Īśvaraḥ Māṁ Rakṣati
English : God protects me.
Hindi : भगवान मेरी रक्षा करते हैं।
“मित्रता-उपकारफलं मित्रमपकारोऽरिलक्षणम् ॥”
Mitratā-Upakārafalaṁ Mitramapakāro’rilakṣaṇaṁ
English : To do favors is a sign of friendship and to do disservice is a sign of enmity.
Hindi : उपकार करना मित्रता का लक्षण है और अपकार करना शत्रुता का ।
“सुख-दुर्लभं हि सदा सुखम् ॥”
Sukha-Durlabhaṁ Hi Sadā Sukhaṁ
English : Happiness does not last forever.
Hindi : सुख सदा नहीं बना रहता है ।
“सर्वे चण्डस्य विभ्यति ॥”
Sarve Chaṇḍasya Vibhyati
English : Everyone is afraid of an angry man.
Hindi : क्रोधी पुरुष से सभी डरते हैं ।
“मृदुर्हि परिभूयते ॥”
Mr̥durhi Paribhūyate
English : A mild man is disrespected.
Hindi : मृदु पुरुष का अनादर होता है ।
one line Sanskrit quotes with meaning
“शब्दमात्रात् न भीतव्यम् ॥”
Śabḍamātrāt Na Bhītavyaṁ
English : It is not proper to be afraid of words.
Hindi : शब्द – मात्र से डरना उचित नहीं ।
”उपायेन हि यच्छक्यं न तच्छक्यं पराक्रमैः ॥”
Upāyena Hi Yachchakyaṁ Na Tachchakyaṁ Parākramēḥ
English : The work that is done by means is not known by might.
Hindi : उपाय द्वारा जो काम हो जाता है वह पराक्रम से नहीं हो पता ।
“यस्य बुद्धिर्बलं तस्य निर्बुद्धेस्तु कुतो बलम् ॥”
Yasya Buddhirbalaṁ Tasya Nirbuddhestu Kuto Balaṁ
English : Bali is the one who has the power of intellect.
Hindi : बली वही है, जिसके पास बुद्धि-बल है ।
“न ह्राविज्ञातशीलस्य प्रदातव्यः प्रतिश्रयः ॥”
Na Hrāvigyātaśīlasya Pradātayaḥ Pratiśrayaḥ
English : A person of unknown or antagonistic nature should not be given shelter.
Hindi : अज्ञात या विरोधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को आश्रय नहीं देना चाहिए ।
सेवाधर्मः परमगहनो ॥
Sevādharmaḥ Paramagahano
English : Seva Dharma is a very difficult religion.
Hindi : सेवाधर्म बड़ा कठिन धर्म है ।
“अंतः अस्ति प्रारंभः”
Aṅtaḥ Asti Prāraṁbhaḥ
English : The End is the Beginning.
Hindi : अंत ही शुरुआत है।
“कालः सर्वं विरोपयति”
Kālaḥ Sarvaṁ Viropayati
English : Time heals everything.
Hindi : समय हर जख्म को भर देता है।
“स्वात्मानं जानीहि”
Svātmānaṁ Jānīhi
English : Know thyself.
Hindi : खुद को जानिए।
“मा कस्मिंश्चित् विश्वसिहि”
Mā Kasmiṅśchit Viśvasihi
English : Trust nobody.
Hindi : किसी पर विश्वास मत करो।