महाराष्ट्र भारत का एक राज्य है. यह भारत के दक्षिण-मध्य में स्थित है. इसकी गिनती भारत में सबसे धनी व समृद्ध राज्यों में की जाती है. महाराष्ट्र शब्द संस्कृत का है. यह दो शब्दों से मिलकर बना है : महा + राष्ट्र = महान राष्ट्र/महान देश. यह नाम यहाँ के संतों की देन है.
इसकी राजधानी मुंबई है. यह मुंबई भारत का सबसे बड़ा शहर है. इसे देश की आर्थिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है. यहाँ का पुणे शहर भी देश के महानगरों में गिना जाता है. पुणे शहर भारत का आठवां बड़ा शहर है.
महाराष्ट्र का निर्माण 1 नवम्बर 1960 को मराठी भाषी लोगों की मांग पर किया गया था. यहाँ मराठी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है.
- प्राचीन काल: 16 महाजनपदों में से एक अश्मक या अस्सक का स्थान आधुनिक अहमदनगर के आस-पास है. मौर्यों के पतन के बाद 230 ईसापूर्व में यादवों का उदय हुआ. वकटकों के समय अजंता गुफाओं का निर्माण हुआ. सम्राट अशोक के शिलालेख भी मुंबई के पास पाए गए हैं.
- मध्यकालीन काल: 14वीं सदी की शुरुआत में, यादव राजवंश ने वर्तमान महाराष्ट्र पर शासन किया. बाद में दिल्ली सल्तनत के शासक अलाउद्दीन खिलजी ने यादव राजवंश को उखाड़ फेंका. 17वीं शताब्दी ईस्वी के दौरान, मराठा साम्राज्य का उदय हुआ. छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे.
- आधुनिक काल: आज़ादी के बाद, महाराष्ट्र राज्य को बॉम्बे स्टेट के नाम से जाना जाता था. वर्तमान के महाराष्ट्र राज्य के दक्षिणी और विद्धर्भ राज्य को छोड़कर वडोदरा, गुजरात, कर्नाटक आदि इसके अंग थे. 1 मई, 1960 को कोंकण, मराठवाडा, पश्चिमी महाराष्ट्र, दक्षिण महाराष्ट्र, उत्तर महाराष्ट्र (खानदेश) तथा विदर्भ, सभी संभागों को जोड़कर महाराष्ट्र राज्य की स्थापना की गई.
महाराष्ट्र का इतिहास
ऐसा माना जाता है की 1000 ईसा पूर्व से पहले महाराष्ट्र में खेती होती थी, लेकिन उस समय मौसम में एकदम परिवर्तन आया, जिसके कारन वहां खेती रुक गई. 500 ईसा पूर्व के आस-पास मुंबई एक महत्वपूर्ण पत्तन बनकर उभरा था. यह सोपर ओल्ड टेस्टामेंट का ओफिर था या नहीं इस पर विद्वानों का एकमत नहीं है.
प्राचीन 16 महाजनपदों में अश्मक का स्थान आधुनिक अहमदनगर के आस-पास है. सम्राट अशोक के भी शिलालेख मुंबई के निकट पाए गए है.
मौर्य वंश के पतन के बाद यहाँ यादव वंश का उदय हुआ था. वाकाटक शासकों के समय अजंता की गुफाओं का निर्माण किया गया था. चालुक्य शासकों का शासन समय पहले 550-760 ई. तक व बाद में 973-1180 ई. तक था. इसके बीच राष्ट्रकूट शासकों ने शासन किया था.