भाजप का नारा, अबकी बार ४०० पार -आखिर वह घड़ी आ ही गई जिसका इंतजार पूरे देश की जनता कर रही थी। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। बता दें कि पहला चरण की शुरुआत 19 अप्रैल से हो रही हैं। वहीं चुनाव का परिणाम 4 जून को आ रहा है।
चुनाव की तारीखों का ऐलान करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर दावा है कि अबकी बार 400 पार… पढ़िए पीएम मोदी ने और क्या कहा है।
भाजप का नारा ,अबकी बार ४०० पार
लोकसभा चुनाव के लिए नरेंद्र मोदी ने एनडीए के लिए ‘अबकी बार, 400 पार’ का नारा दिया है। यहीं भाजपा के लिए भी 370 सीट का लक्ष्य रखा गया है। सवाल यही है कि इतना अधिक सीटें कहां से आएंगी।
भाजपा ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। भाजपा ने अपना पूरा फोकस वहां लगा दिया है, जहां पिछले लोकसभा चुनावों में कुछ कसर बाकी रह गई थी। मतलब पिछले प्रदर्शन के आधार पर विपक्षी खेमा भाजपा के लिए जिन राज्यों को ‘आपदा’ बता रहा है, भाजपा के रणनीतिकार वहीं सीटें बढ़ाए जाने की गुंजाइश को ‘अवसर’ के रूप में देख रहे हैं।
भाजप का नारा ,अबकी बार ४०० पार
क्यों दिया ‘अबकी बार, ४०० पार’ का नारा
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- पीएम मोदी ने कहा “लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का शुभारंभ हो गया है। चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। BJP-NDA इन चुनावों में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सुशासन और जनसेवा के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर हम जनता-जनार्दन के बीच जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि 140 करोड़ परिवारजनों और 96 करोड़ से अधिक मतदाताओं का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद हमें लगातार तीसरी बार मिलेगा।”
- “10 साल पहले जब हमने देश की बागडोर संभाली थी, तब देश और देशवासी इंडी अलायंस के कुशासन से पीड़ित थे। ऐसा कोई भी सेक्टर नहीं बचा था, जो घोटालों और पॉलिसी पैरालिसिस से अछूता रहा हो। देश निराशा के गर्त में था और दुनिया भी भारत पर भरोसा करना छोड़ चुकी थी। हमने उस परिस्थिति से देश को निकाला और आज भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है।”
- “40 करोड़ देशवासियों की शक्ति और सामर्थ्य से हमारा देश आज हर दिन विकास के नए कीर्तिमान रच रहा है। आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बने हैं, और करोड़ों भारतीय गरीबी से बाहर आए हैं। हमारी सरकार की योजनाएं देश के कोने-कोने और समाज के हर तबके तक पहुंची हैं। हमने शत-प्रतिशत देशवासियों तक पहुँचने के लिए काम किया है और परिणाम हमारे सामने हैं।”
- “आज हर भारतीय ये अनुभव कर रहा है कि एक ईमानदार, दृढ़-संकल्पित और मजबूत इच्छाशक्ति वाली सरकार कितना कुछ कर सकती है। इसीलिए, हर देशवासी की हमारी सरकार से अपेक्षाएं भी बढ़ी हुई हैं। इसीलिए, आज भारत के हर कोने से और समाज के हर वर्ग से एक स्वर सुनाई दे रहा है- अबकी बार, 400 पार!”
- “आज विपक्ष के पास ना कोई मुद्दा है, ना कोई दिशा। उनका एक ही एजेंडा बचा है- हमें गाली देना और वोट बैंक की राजनीति करना। उनकी परिवारवादी मानसिकता और समाज को बांटने के षड्यंत्र अब जनता ख़ारिज कर रही है। भ्रष्टाचार के अपने ट्रैक-रेकॉर्ड के कारण वो लोगों से आंखे नहीं मिला पा रहे हैं। जनता ऐसे लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगी।”
- “अपने तीसरे कार्यकाल में हमें देश के लिए बहुत सारे काम करने हैं। हमारे बीते 10 साल उस गहरी खाई को भरने में भी बीते हैं, जो दशकों तक शासन करने वालों ने बनाई थी। इन 10 वर्षों में देशवासियों में ये आत्मविश्वास आया है कि हमारा भारत भी समृद्ध और आत्मनिर्भर बन सकता है। हमारा अगला कार्यकाल इन संकल्पों की सिद्धि की राह प्रशस्त करेगा।”
- “NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल में गरीबी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। सामाजिक न्याय के लिए हमारे प्रयास और बढ़ेंगे। हम तेजी से भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए हमारे प्रयास और मजबूती से आगे बढ़ेंगे। मैं यह साफ तौर पर देख रहा हूं कि आने वाले 5 वर्ष हमारे उस सामूहिक संकल्प का कालखंड होगा जिसमें हम भारत की अगले एक हजार वर्ष की विकास यात्रा का रोडमैप तैयार करेंगे। ये समय भारत के सर्वांगीण विकास, समावेशी समृद्धि और वैश्विक नेतृत्व का साक्षी बनेगा।”
- “मुझे मेरे देशवासियों के, विशेष रूप से गरीब, किसान, युवा और नारीशक्ति के आशीर्वाद से असीम शक्ति मिलती है। जब मेरे देशवासी ये कहते हैं कि- “मैं हूँ मोदी का परिवार” तो इससे मुझे विकसित भारत के निर्माण के लिए और अधिक मेहनत करने का उत्साह मिलता है। हम विकसित भारत के लिए सामूहिक प्रयास…।”
समीकरण
उत्तर प्रदेश में 80 में से 75 से ज्यादा सीट का टारगेट भाजपा ने सबसे ज्यादा लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में सारे समीकरण बैठा लिए हैं। टारगेट है कि इस बार 80 में से 75 से अधिक सीटें जीती जाए। 2014 में एनडीए को यहां 73 सीट मिली थी, जबकि 2019 में 64 से संतोष करना पड़ा था। सहयोगी अपना दल (एस) के साथ ही राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के साथ आने से पश्चिम व पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई सीटों के समीकरण भाजपा अपने पक्ष में मजबूत होते देख रही है।
पश्चिम बंगाल में 42 में से 32-33 सीट जीतने की उम्मीद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने सभी 42 सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं। मतलब मुख्य मुकाबला टीएमसी और भाजपा के बीच होगा, जबकि कांग्रेस और वामदल मिलकर लड़ेंगे। इसका फायदा भाजपा को होने की उम्मीद है। संदेशखाली का मुद्दा देशभर में गर्मा गया है। इसके बाद कहा जा रहा है कि भाजपा यदि 32-33 सीटें भी जीत ले तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा ओडिशा में बीजद से तालमेल और तेलंगाना में बीआरएस का कमजोर होना भी भाजपा के लिए उम्मीद जगा रहे हैं। ओडिशा में सभी 21 सीटें एनडीए के खाते में आ सकती है। तेलंगाना में बीआरएस के कमजोर होने के बाद सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। ऐसी स्थिति में हर बार भाजपा का पलड़ा भारी रहा है।
भाजपा अपने दम पर तेलंगाना में आठ से 10 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है। आंध्रप्रदेश में तेदेपा का साथ मिलने से भाजपा मजबूत हुई है। यहां गठबंधन के सहयोगियों के साथ 15 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है।
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